Thursday, January 8, 2009

उदास होके न इस शाम को उदास करो

उदास हो के न इस शाम को उदास करो
कोई तो मुस्कराने की वजह तलाश करो
यूँ ही आँखों में उम्मीद, हाँ...... ऐसे ही जरा
यही कोशिशें रह-रह के, ऐ शाबाश , करो
फलक पे ये वीराना देर तक न रहेगा
मेरी मुट्ठी में सितारे हैं दामन पास करो
खुदा को खास प्यारी है ये तुम्हारी सूरत
मेरे सीने पे रख के सर मुझे भी खास करो
सदा बन्दे की खुशी में खुश रहता है खुदा
उसे अहसास है तुम भी जरा अहसास करो

13 comments:

  1. मेरे 'हबीब' ने फ़िर से वफा निभाई है
    कहाँ उदास हूँ, बस दिल जरा सा भारी है

    ReplyDelete
  2. विजय जी,

    उदास हो के न इस शाम को उदास करो
    कोई तो मुस्कराने की वजह तलाश करो

    बड़ी ही खूबसूरत पंक्‍तियाँ हैं. पॉजिटिव्ह थिंकिंग को दर्शाती हुई. बधाईयाँ.

    मुकेश कुमार तिवारी
    कभी मेरे ब्लॉग "कवितायन" पर आयें और अपनी राय से अवगत करायें. धन्यवाद

    मुकेश कुमार तिवारी

    ReplyDelete
  3. हिन्दी ब्लॉग जगत में आपका हार्दिक स्वागत है, खूब लिखें नियमित लिखें, समस्त शुभकामनायें… एक अर्ज है कि कृपया वर्ड वेरिफ़िकेशन हटा दें, क्योंकि यह अनावश्यक है… धन्यवाद्।

    ReplyDelete
  4. शायरी तेरी सभी सराहेंगे ,
    ऐसे ही लगातार गर प्रयास करो .

    बहुत सुंदर ग़ज़ल है.
    बधाई.

    ReplyDelete
  5. ब्लोगिंग की दुनिया में आपका हार्दिक स्वागत है. एक समर्थ और सार्थक अभिव्यक्ति के लिए सिर्फ़ बधाई काफी नहीं होती..... आपका लेखन फले-फूले और आपके शब्दों को नित नए अर्थ और रूप मिलें यही शुभ कामना है.

    ReplyDelete
  6. सदा बन्दे की खुशी में खुश रहता है खुदा
    उसे अहसास है तुम भी जरा अहसास करो
    बहुत अच्छी लगी कविता आपकी. स्वागत ब्लॉग परिवार और मेरे ब्लॉग पर भी.

    ReplyDelete
  7. ब्लॉग जगत में आपका हार्दिक स्वागत है!
    मेरी शुभकामनाएं!
    मेरे ब्लॉग पर भी आपका स्वागत है.
    बहुत सुंदर भावनाओं को अभिव्यक्त करती सुंदर शब्द सयोंजन से रची यह कविता अत्यन्त मनमोहक है

    ReplyDelete
  8. खुदा को खास प्यारी है ये तुम्हारी सूरत
    मेरे सीने पे रख के सर मुझे भी खास करो
    adbhut!.................
    likhte rahiye.......................
    abhi aisi aur rachnaon ka intezar hai!............
    hardik shubhkamnayen!

    ReplyDelete
  9. वर्ड वेरिफ़िकेशन हटा दिया गया है.

    ReplyDelete
  10. बहुत खूब.........
    स्वागत |

    ReplyDelete
  11. बहुत सुंदर...आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है.....आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे .....हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

    ReplyDelete
  12. आपका स्वागत है।

    ReplyDelete